शाहीन बाग में स्कूल बसें निकलेंगी कैसे? सड़क पर तो वाहनों की अवैध पार्किंग

 


शाहीन बाग में स्कूल बसें निकलेंगी कैसे? सड़क पर तो वाहनों की अवैध पार्किंग




खास बातें






  1. रास्ते पर अवैध वाहनों का कब्जा

  2. सड़क खोलने के लिए वाहनों को हटाना जरूरी

  3. वाहन नहीं हटे तो यातायात व्यवस्था चरमराने का अंदेशा




 


नई दिल्ली: 


शाहीन बाग की तीन दबंग बुजुर्ग महिलाओं के साथ सात लोगों का डेलिगेशन मंगलवार को दिल्ली के उप राज्यपाल से  मिला. लगभग एक घंटे चली बैठक में ये फैसला हुआ कि स्कूल बस के लिए एक अलग रास्ता दिया जाएगा. लेकिन शांतिपूर्वक प्रदर्शन उस वक्त तक जारी रहेगा जब तक नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी पर सरकार अपना रुख साफ़ नहीं करती.  दिल्ली के उप राज्यपाल ने कहा कि सभी लोगों की चिंताओं को सम्बंधित अथॉरिटी के समक्ष भेज दिया जाएगा.


इस मीटिंग में जिस रास्ते को स्कूल बसों के लिए शुरू करने की बात की गई थी वह सरिता विहार से जसोला, शाहीन बाग मेट्रो स्टेशन होते हए शाहीन बाग पुलिस थाने के सामने से छह नंबर ठोकर होते हुए यमुना किनारे से कालिंदी कुंज पार्क वाया नोएडा जाता है. उस रूट पर छह नंबर ठोकर होते हुए यमुना किनारे रास्ते पर कार और मोटर साइकिल मैकेनिक के साथ स्थानीय निवासियों ने भी अवैध रूप से कार खड़ी करके कब्ज़ा कर  रखा है. बहुत सारी कारें महीनों से यूं ही खड़ी हैं.  इससे वैसे भी आम दिनों में जाम की स्थित पैदा हो जाती है.


अब सवाल यह पैदा होता है कि जब सरिता विहार से नोएडा जाने वाली स्कूल बसों का निकास छह नंबर सड़क से होगा तो पूरे इलाक़े में जाम की स्थित पैदा होना लाज़मी है. और इस जाम में स्थानीय लोगों के साथ स्कूल के बच्चे भी सफर करेंगे. इसके लिए पहले यातायात पुलिस को रास्ते में अवैध रूप से खड़ी कारों को हटाना पड़ेगा तथा  स्कूल बसों को निकासी के लिए ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करनी पड़ेगी, जो फ़िलहाल कल की दी गई तारीख में होता नहीं दिखाई पड़ रहा है.